COW PROTECTION IN SIKH SECT:
Nāmā paraṇvai sėl
masėl. Naam Dayv prayed, and milked the cow. Page 1166, Line 6
Ham gorū ṯum gu*ār
gusā*ī janam janam rakẖvārė. ~~~ I am a cow, and You are the
herdsman, the Sustainer of the World. You are my Saving Grace, lifetime after
lifetime. Devotee Kabir -Page 482, Line 13
Kāmḏẖėn har har guṇ
gām.The Khaamadhayn, the cow of miraculous powers, is the singing of
the Glory of the Lord's Name, Har, Har. --Guru Arjan Dev, Page 265, Line 5
मांस की प्राप्ति तभी संभव है जब दूसरे जीवों का वध किया जाये, लेकिन जीव हिंसा करने से स्वर्ग नहीं मिलता इसलिए सुख तथा स्वर्ग को पाने की कामना रखने वाले द्विज को मांस भक्षण त्याग देना चाहिए ।199।
मांस की उत्पत्ति और जीवों के बंधन तथा वध को समझकर सभी प्रकार के मांस भक्षण को त्याग देना चाहिए ।200।
वे सभी जीव वध के लिए समान रूप से दोषी हैं जो जीव वध की अनुमति देते हैं, जीव के अंगों को काट कर अलग अलग करते हैं, उसका वध करते हैं, उसको बेचते हैं, उसको खरीदते हैं, उसको पकाते हैं, उसको परोसते हैं, और उसको खाते हैं ।201।
मुनियों के बीच रहते हुए उनकी तरह से सात्विक कंद मूल तथा फल का भोजन करने से वह पुण्य फलप्राप्त नहीं होता, जो केवल मांसाहार के त्याग से मिलता है ।202।
विद्वानों के अनुसार मांस शब्द मां, तथा स, शब्दों के योग से बना है इसका अर्थ होता है- जिसे मैं इस संसार में खाता हूँ, वही मुझे परलोक में खाये ।203।
"Don't give
your animals in the hands of butchers." - SatPurush Baba Fulsande Wale
Guru Govind Singh, the 10th Guru,
told Pandit Prithwiraj that Khalsa sect was established to care for the
economy, right behaviour, cows, Brahmins, and protection of the down-trodden.
Guru Govind Singh’s first Guru was
against killing of any animal – not only cows.
In 1871, under the leadership of Guru
Rama Singh, 3,15,000 Sikhs participated in an agitation against the British to
get the slaughter houses closed.